जिस्म मरते हैं , ख्वाब मरते नहीं
आप क्यूँ मेरा यकीं करते नहीं
माँ की आँखों में बेटी की शादी का ख्वाब
बेटा बड़ा आदमी बने , ये पिता का ख्वाब
पोते - पोतिओं को खिलाना दादा का ख्वाब
पोते की शादी देखूं , होता है ये दादी का ख्वाब
आरज़ू मरती नहीं , ख्वाब मरते नहीं
आप क्यूँ मेरा यकीं करते नहीं
होते है दादी - नानी की कहानियो में ख्वाब
बहुत लाज़मी है ज़िन्दगी में ख्वाब
छुपे होते हैं हर अल्फाज हर मन में ख्वाब
ये ख्वाब अपने दिलों , अपनी सांसों की तरह
रेज़ा - रेज़ा होकर बिखरते नहीं
आप क्यूँ मेरा यकीं करते नहीं
ख्वाब , रौशनी और हवा की तरह होते हैं
ख्वाब , आजाद मिजाज़ खुशबुओं के झोंके हैं
मानिंद - ऐ - वक़त ये भी कहीं टहरते नहीं
आप क्यूँ मेरा यकीं करते नहीं
ख्वाब प्रेरणा हैं ,ख्वाब सत्रोत हैं
हर हकीकत , हकीकत से पहले
समझो एक ख्वाब ही होता है
सोचो ! चाँद पर जाने का अगर
हमारे ज़हन में कोई ख्वाब नहीं होता
तो हम कभी चाँद पर उतरते नहीं
आप क्यूँ मेरा यकीं करते नहीं
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