udaan-e-dil (उड़ान - ऐ -दिल )
Friday, November 27, 2009
कुछ दिल को मनाने को
कुछ आरज़ू सजाने को
कुछ ज़िन्दगी आज़माने को
कुछ नज़्म गुनगाने को
दिल करता है और बन जाता है My collection
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